Navagraha Gayatri Mantra | नवग्रह गायत्री मन्त्र

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Navagraha Gayatri Mantra - नवग्रह गायत्री मन्त्र

नवग्रह गायत्री मन्त्र के अनुसार इस पुरे ब्रह्मांड में 9 ग्रह हैं जो व्यक्ति की कुंडली और व्यक्ति के जीवन में विद्यमान होकर अपने अच्छे-बुरे प्रभाव को दर्शाते हैं। इन Navagraha Gayatri Mantra नव ग्रहों का असर व्यक्ति के करियर, स्वास्थ्य संबंध विवाहित जीवन पर देखने को मिलता है।

Navagraha Gayatri Mantra Detail :

स्तोत्र नामनवग्रह गायत्री मन्त्र
संबंधितनवग्रह
भाषासंस्कृत और हिंदी
सूत्रपुराण

नवग्रह गायत्री मन्त्रको शांत मन के साथ, अपने आप को प्रभु के चरणों में समर्पित करते हुए पढ़ने से निश्चित ही धन धान्य की प्राप्ति, कीर्ति में बढ़ोतरी होती है तथा सारे कष्ट दूर हो जाते हैं | इस मंत्र का पाठ आरम्भ करने से पहले सर्वपर्थम भगवान गणेश की वन्दना करें

Sun (Surya) (सूर्य)

अश्वध्वजाय विद्महे पाशहस्ताय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात् ||

ashwadhwajAya vidmahe pAshahastAya dheemahi tanno sUryah prachodayAt

Meaning : Om, Let me meditate on the god who has a horse flag,
Oh, God who holds the rope, give me higher intellect,
And let Sun God illuminate my mind.

Moon (Soma) (सोम)

पद्मध्वजाय विद्महे हेमरूपाय धीमहि तन्नो सोमःप्रचोदयात् ||

padmadhwajAya vidhmahe hemarUpAya dheemahi tanno somah prachodayAt

Meaning : Om, Let me meditate on God who has lotus in his flag,
Oh, God of golden colour, give me higher intellect,
And let moon God illuminate my mind.

Mars (Mangala) (मंगल)

वीरध्वजाय विद्महे विघ्नहस्ताय धीमहि तन्नो भौमः प्रचोदयात् ||

Veeradhwajaya Vidhmahe Vighnahastaya Dheemahi Tanno Bhaumah Prachodayat

Meaning : Om, Let me meditate on him who has hero in his flag,
Oh, He who has power to solve problems, give me higher intellect,
And let the son of earth God illuminate my mind.

Mercury (Budha) (बुध)

गजध्वजाय विद्महे शुकहस्ताय धीमहि तन्नो बुधः प्रचोदयात् ||

Gajadhwajaya Vidhmahe Shukahastaya Dheemahi Tanno Budhah Prachodayat

Meaning : Om, Let me meditate on him who has elephant in his flag,
Oh, He who has power to grant pleasure, give me higher intellect,
And let Budha illuminate my mind.

Jupiter (Guru) (गुरु)

वृषभध्वजाय विद्महे घृणि हस्ताय धीमहि तन्नो गुरुः प्रचोदयात् ||

Vrushabhadhwajaya Vidhmahe Ghrunihastaya Dheemahi Tanno Guruh Prachodayat

Meaning : Om, Let me meditate on him who has bull in his flag,
Oh, He who has power to get things done, give me higher intellect,
And let Guru illuminate my mind.

Venus (Shukra) (शुक्र)

अश्वध्वजाय विद्महे धनुर्हस्ताय धीमहि तन्नो शुक्रः प्रचोदयात् ||

Ashwadhwajaya Vidmahe Dhanurhastaya Dheemahi Tanno Shukrah Prachodayat

Meaning : Om, Let me meditate on him who has horse in his flag,
Oh, He who has a bow in his hand, give me higher intellect,
And let Shukra illuminate my mind.

Saturn (Shani) (शनि)

कागध्वजाय विद्महे खड्गहस्ताय धीमहि तन्नो मन्दः प्रचोदयात् ||

Kagadhwajaya Vidmahe Khadgahastaya Dheemahi Tanno Mandah Prachodayat

Meaning : Om, Let me meditate on him who has crow in his flag,
Oh, He who has a sword in his hand, give me higher intellect,
And let Saneeswara illuminate my mind.

Rahu (राहु)

नागध्वजाय विद्महे पद्महस्ताय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात् ||

Nagadhwajaya Vidmahe Padmahastaya Dheemahi Tanno Rahuh Prachodayat

Meaning : Om, Let me meditate on him who has snake in his flag,
Oh, He who has a lotus in his hand, give me higher intellect,
And let Rahu illuminate my mind.

Ketu (केतु)

अश्वध्वजाय विद्महे शूलहस्ताय धीमहि तन्नो केतुः प्रचोदयात् ||

ashwadhwajAya vidmahe shoolahastAya dheemahi tanno ketuh prachodayAt

Meaning : Om, Let me meditate on him who has horse in his flag,
Oh, He who has a trident in his hand, give me higher intellect,
And let Kethu illuminate my mind.

नव ग्रह शांति मंत्र – Navagraha Gayatri Mantra

माना जाता हे की नव ग्रह मंत्र से ग्रहों पर नियंत्रण बना रहता हे और जीवन में आने वाली दुविधा का समाधान होता हे

  • सूर्य मंत्र: ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:।
  • चंद्र मंत्र: ओम श्रां श्रीं श्रौं सः सोमाय नमः ।
  • मंगल मंत्र: ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: ।
  • बुध मंत्र: ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ।
  • गुरु (गुरुवार के उपाय) मंत्र: ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।
  • शुक्र मंत्र: ओम द्रां द्रीं द्रौम सः शुक्राय नमः ।
  • शनि मंत्र: ओम प्रां प्रीं प्रोम सह शनै नमः ।
  • राहु मंत्र: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।
  • केतु मंत्र: ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः।
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नवग्रह गायत्री मन्त्र का पाठ करने से क्या लाभ होते हैं ?

  • नवग्रह गायत्री मन्त्र का पाठ करने से भक्त को मन की शांति मिलती है और वह व्यक्ति सभी बुराइयों और बुरे विचारों से दूर रहता है।
  • नवग्रह गायत्री मन्त्र का नियमित पाठ करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हे और आत्मविश्वास बढ़ता हे
  • नव ग्रह शांति मंत्र का पाठ करने से कठिन से कठिन समय का सामना करके हर समस्या से जीता जा सकता है।
  • नवग्रह गायत्री मन्त्र का पाठ आपको सभी समस्याओं से मुक्ति देने में मदद करता हे
  • Navagraha Gayatri Mantra का पाठ करने से व्यक्ति का डर भी दूर हो जाता हे
  • इस नवग्रह गायत्री मन्त्र का पाठ करने से जीवन में आने वाली विपत्तियाँ दूर होती हैं
  • पूरी भक्ति के साथ इस स्त्रोत का पाठ करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।

निष्कर्ष 

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