Jai dev jai dev lyrics – जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति लिरिक्स

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Jai dev jai dev lyrics - जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति लिरिक्स

Jai dev jai dev lyrics : जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति आरती भगवान् श्री महाविनायक गणेश जी को समर्पित हे | इस आरती को पुरे ह्रदय से अपने आप को प्रभु के चरणों में समर्पित करते हुए गाने से मन शांत रहता है ।

श्री सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई का सबसे प्रसिद्ध श्री गणेश मंदिर है, यहां होने वाली पूर्ण आरती में श्री गणेश की विभिन्‍न स्‍तुतियां गायी जाती हे इनमे से ये एक स्त्रुति हे । जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति लिरिक्स भगवान गणेश को समर्पित एक लोकप्रिय आरती (भक्ति गीत) है।

Jai dev jai dev lyrics is a popular Aarti (devotional song) dedicated to Lord Ganesha. The lyrics of the Aarti describe the various attributes and forms of Lord Ganesha, emphasizing his divine qualities and his role as the remover of obstacles.

The Aarti “Jai dev jai dev lyrics” is a powerful and melodious composition that expresses reverence and gratitude towards Lord Ganesh

Sukh Karta Dukh Harta : Jai dev Jai dev Aarti Detail:

Album :Shree Ganesh Bhajan
Artist :Anuradha Paudwal
Music Director:Arun Paudwal
Lyricist :Traditional
Language :Hindi
Genre:Arti : Jai dev jai dev lyrics

जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति – Jai dev jai dev lyrics in Hindi

सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झलके माल मुकताफळांची
कोरस: जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति

कोरस: जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकामना पूर्ति

जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकामना पूर्ति

रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
जय देव जय देव

कोरस: जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकामना पूर्ति
जय देव जय देव

लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव जय देव

कोरस: जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकामना पूर्ति
जय देव जय देव…..

कोरस: घालीन लोटांगण आरती
घालीन लोटांगण, वंदीन चरण
डोळ्यांनी पाहीन रुप तुझें
प्रेमें आलिंगन, आनंदे पूजिन
भावें ओवाळीन म्हणे नामा

कोरस: त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बंधुक्ष्च सखा त्वमेव
त्वमेव विध्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देवदेव

कोरस: कायेन वाचा मनसेंद्रीयेव्रा,
बुद्धयात्मना वा प्रकृतिस्वभावात
करोमि यध्य्त सकलं परस्मे,
नारायणायेति समर्पयामि

कोरस: अच्युतं केशवं रामनारायणं,
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं,
जानकीनायकं रामचंद्र भजे

हरे राम हर राम,
राम राम हरे हरे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण,
कृष्ण कृष्ण हरे हरे

॥ श्री गणेशाची आरती ॥

शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को
दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को
हाथ लिए गुड लड्डू साई सुरवर को
महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पद को
जय जय जय जय जय

कोरस: जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव

अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी
विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी
कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी
गंडस्थल मद्मस्तक झूल शशि बहरी
जय देव जय देव

जय जय जय जय जय
कोरस: जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव

भावभगत से कोई शरणागत आवे
संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे

कोरस: जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव

ॐ शांति: शांति: शांतिः

Jai Dev Jai dev Jai Mangal Murti Aarti – जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति

“जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति लिरिक्स” एक शक्तिशाली और मधुर आरती है जो भगवान गणेश के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता व्यक्त करती है। यह आरती आमतौर पर गणेश चतुर्थी समारोह या अन्य शुभ अवसरों पर मंदिरों और घरों में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ गायी जाती हे।

जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति” भगवान गणेश को समर्पित आरती की एक पंक्ति है। भगवान गणेश को व्यापक रूप से बाधाओं को दूर करने वाले और ज्ञान के देवता के रूप में पूजा जाता है। आरती गणेश पूजा समारोहों और विशेष रूप से गणेश चतुर्थी त्योहार के दौरान की जाती है। यह भक्तों के लिए देवता के प्रति अपनी कृतज्ञता और भक्ति व्यक्त करने का एक तरीका भी है।

Youtube Video Link For Ganesh Aarti

  • एल्बम: श्री गणेश भजन
  • कलाकार: अनुराधा पौडवाल
  • संगीत निर्देशक: अरुण पौडवाल
  • गीतकार: पारंपरिक
  • भाषा: हिंदी
  • शैली: आरती

“जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति” भगवान गणेश के प्रति भक्ति की एक आनंददायक और उत्सवपूर्ण अभिव्यक्ति है, और इसे अक्सर गणेश उत्सवों और प्रार्थनाओं के दौरान बड़े उत्साह के साथ गाया या गाया जाता है।

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Jai Dev Jai dev Jai Mangal Murti Lyrics – जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति लिरिक्स

Sukh Karta Dukhharta Varta Vighnachi
Noorvi Poorvi Prem Krupya Jayachi
Sarwangi Sundar Utishendu Rachi
Kanthi Jhalke Maad Mukhta Padhanchi
Jai Dev Jai Dev..

Chorus: Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
Darshan Matre Mann, Kamana Purti
Jai Dev Jai Dev…..

Ratnakhachit Phara Tujh Gaurikumra
Chandanaachi Uti Kumkum Ke Shara
Hire Jadit Mukut Shobhato Bara
Runjhunati Nupure Charani Ghagriya
Jai Dev Jai Dev..

Chorus: Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
Darshan Matre Mann, Kamana Purti
Jai Dev Jai Dev…..

Lambodar Pitaambar Phanivar Vandana
Saral Sond Vakratunda Trinayana
Das Ramacha Vat Pahe Sadna
Sankati Pavave Nirvani Rakshave Survar Vandana
Jai Dev Jai Dev..

Chorus: Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
Darshan Matre Mann, Kamana Purti
Jai Dev Jai Dev…..

॥ Ghalin Lotangan Aarti ॥

Chorus: Ghalin Lotangan Vandin Charan
Dolyani Pahin Rup Tujhe
Dev Preme Alingan Anande Pujin
Bhave Ovalin Mhane Nama

Chorus: Twamev Mata Cha Pita Twamev
Twamev Bandhusch Sakha Twamev
Twamev Vidhya Dravinam Twamev
Twamev Sarwam Mam Dev Dev

Chorus: Kayena Vacha Manasendriyenva
Buddhayatmna Va Prakrutiswabhavat
Karomi Yadhyat Sakalam Parasmai
Narayanayeti Samarpayami

Chorus: Achyutam Keshavam Ramnarayanam
Krushanadamodaram Vasudevam Bhaje
Shridharam Madhavam Gopikavallabham
Janaki Nayakam Ramchandra Bhaje

Hare Ram Hare Ram Ram,
Ram Hare Hare
Hare Krishna Hare Krishna,
Krishna Krishna Hare Hare

॥ Shri Ganeshaachi Aarti ॥

Shindur Laal Chadhayo Achchha Gajmukhko
Dondil Laal Biraje Sut Gauriharko
Haath Lie Gud Laddoo Saiin Survarko
Mahima Kahe Na Jaay Laagat Hoon Paadko
Jay Dev Jay Dev..

Chorus: Jay Dev Jay Dev, Jay Jay Shri Ganraaj
Vidya Sukhdaata Dhanya Tumhara Darshan
Mera Mann Ramta, Jay Dev Jay Dev…..

Astau Siddhi Dasi Sankatko Bairi
Vighnavinaashan Mangal Moorat Adhikari
Kotisurajprakash Aibi Chhabi Teri
Gandasthalamadamastak Jhoole Shashibihari
Jay Dev Jay Dev..

Chorus: Jay Dev Jay Dev, Jay Jay Shri Ganraaj
Vidya Sukhdaata Dhanya Tumhara Darshan
Mera Mann Ramta, Jay Dev Jay Dev…..

Bhavbhagat Se Koyi Sharnagat Aave
Santati Sampatti Sabahi Bharpur Paave
Aise Tum Maharaaj Moko Ati Bhaave
Gosavinandan Nishidin Gun Gaave
Jay Dev Jay Dev..

Chorus: Jay Dev Jay Dev, Jay Jay Shri Ganraaj
Vidya Sukhdaata Dhanya Tumhara Darshan
Mera Mann Ramta, Jay Dev Jay Dev…..

FAQs For Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti

  1. Who is the singer of Jai dev Jai dev Lyrics ?

    Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti Aarti is sung by Anuradha Paudwal.

  2. Which album is the song Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti Aarti from?

    Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti is a hindi song from the album Shree Ganesh Bhajan.

  3. Who is the Lyrics written of Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti Song ?

    Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti lyrics written by Traditional.

  4. Who is the music director of Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti Aarti ?

    Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti Aarti music is composed by Nandu Honap.

  5. What is the duration of Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti aarti ?

    The duration of the Aarti Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti is 7:10.

  6. When was Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti Aarti Released

    Jai dev Jai dev Jai Mangal Murti aarti released in the Year 1975

निष्कर्ष

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