कराग्रे वसते लक्ष्मी हिंदी अर्थ सहित – Karagre Vasate Lakshmi Mantra

7368
Karagre Vasate Lakshmi Mantra - कराग्रे वसते लक्ष्मी हिंदी अर्थ सहित

The “Karagre Vasate Lakshmi Mantra” is a shloka originally from the Vishnu Purana. The word “Karagre” means “at the tip of the hand” and “Vasate” means “resides”. It means that Lakshmi rests a the tip of hand, Saraswati at the base of hand and Govind in the centre of hand

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जाप प्रातः काल में करना होता है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ऐसे कर्म करें जिससे जीवन में धन, सुख और ज्ञान प्राप्त कर सकें

Karagre Vasate Lakshmi Mantra Details:

Slokas Name:Karagre Vasate Lakshmi Mantra
Singer:Ketan Patwardhan
Genre:Mantra
Music:Ketan Patwardhan
Video:Morning Shlok
Producer:Neha Barjatya

कराग्रे वसते लक्ष्मी हिंदी अर्थ सहित – Karagre Vasate Lakshmi Mantra Lyrics

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥

उपरोक्त श्लोक विष्णु पुराण में उपस्थित एक श्लोक है…

  • कर — हस्त (हाथ)
  • वसते — वास है
  • अग्रे — अग्र भाग
  • मध्ये — मध्य भाग
  • मूले — मूल (नीचे)
  • कराग्रे वसते लक्ष्मी: अर्थात् हस्त के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी का वास है
  • करमध्ये सरस्वती अर्थात् हस्त के मध्य में मां सरस्वती का वास है
  • करमूले तु गोविंद: अर्थात् हस्त के मूल में प्रभु विष्णु आपश्री उपस्थित हैं
  • प्रभाते करदर्शनम अर्थात् सुप्रभात समय में हस्त दर्शन कर मैं आपका स्मरण कर प्रणाम करता हूं।

सुबह-सुबह नींद से जागकर उठते ही अपनी दोनों हथेलियों को आपस में मिलाकर उनका दर्शन करते हुए “कराग्रे वसते लक्ष्मी:” श्लोकाचारित करना चाहिए, इस श्लोक को हिंदी में इस तरह भी कहा जा सकता है‥

मेरे हाथ के अग्रभाग में भगवती मां लक्ष्मी आपका निवास है, मध्यभाग में विद्यादात्री मां सरस्वती और मूलभाग में सृष्टि के पालनहार प्रभु विष्णु आपश्री विराजमान हैं। प्रातः काल की इस बेला में मैं आपका सिमरन और दर्शन करता हूं।

इस श्लोक का अर्थ यह है कि

हमारी हथेली के सबसे आगे के भाग में लक्ष्मी जी का वास होता है ।हथेली के मध्य भाग में सरस्वती जी का वास होता है और जिस भाग से हथेली हमारे हाथ से जुड़ी है उस भाग में गोविंद का वास है । इसलिए हमें प्रत्येक सुबह सर्वप्रथम अपनी हथेली देखकर यह श्लोक अवश्य पढ़ना चाहिए ।

मेरा यह नियम बचपन से है और मैं नियमित रूप से अब तक भी करती हूँ । अपनी दोनों हथेलियों को देखकर यह श्लोक पढ़ती हूँ इसके बाद अपने चेहरे पर लगाती हूँ इसके बाद धरती माता को प्रणाम करती हूँ ।

समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमण्डले ।
विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्व मे ।।

अर्थ : समुद्ररूपी वस्त्र धारण करनेवाली, पर्वतरूपी स्तनोंवाली एवं भगवान श्रीविष्णु की पत्नी हे भूमिदेवी, मैं आपको नमस्कार करता हूं । मैरे पैरों का आपको स्पर्श होगा । इसके लिए आप मुझे क्षमा करें ।


Karagre Vasate Lakshmi Lyrics in English – कराग्रे वसते लक्ष्मी अर्थ सहित

Karaagre Vasate Lakssmih Karamadhye Sarasvati |
Karamuule Tu Govindah Prabhaate Karadarshanam ||

Meaning in English:

  • At the Top of the Hand (i.e. Palm) Dwell Devi Lakshmi and at the Middle of the Hand Dwell Devi Saraswati,
  • At the Base of the Hand Dwell Sri Govinda; Therefore one should Look at one’s Hands in the Early Morning and contemplate on Them.

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः

मंत्र का अर्थ:

  • ओम – ओम यह ब्रंह्माडीय व लौकीक ध्वनि है।
  • नमो – अभिवादन व नमस्कार।
  • भगवते – शक्तिशाली, दयालु व जो दिव्य है।
  • वासुदेवयः – वासु का अर्थ हैः सभी प्राणियों में जीवन और देवयः का अर्थ हैः ईश्वर। इसका मतलब है कि भगवान (जीवन/प्रकाश) जो सभी प्राणियों का जीवन है।

वासुदेव भगवान! अर्थात् जो वासुदेव भगवान नर में से नारायण बने, उन्हें मैं नमस्कार करता हूँ। जब नारायण हो जाते हैं, तब वासुदेव कहलाते हैं।

Karagre Vasate Lakshmi Mantra in Gujarati – કરાગ્રે વસતે લક્ષ્મી

કરાગ્રે વસતે લક્ષ્મી કર મધ્યે સરસ્વતી
કરમૂલે તૂ ગોવિંદ પ્રભાતે કર દર્શનમ

હાથના અગ્રભાગમાં લક્ષ્મીનો નિવાસ છે હાથના મધ્યમાં સરસ્વતી રહે છે અને હાથના મૂળભાગમાં ભગવાન નારાયણ ગોવિંદ રહે છે. આથે સવારે “કર” હાથ ના દર્શન કરવા જોઈએ.

શ્લોક બોલતા પોતાના હથેલીઓને જોડીને દર્શન કરવા જોઈએ. આથી માનવના મનમાં આત્મનિર્ભરતા ની ભાવના વધે છે. તે જીવનને દરેક કાર્યને બીજાના ભરોસા નહી રહી , પોતાના હાથની તરફ જોઈને અભ્યાસી બની જાય છે.

Karagre Vasate Lakshmi | कराग्रे वसते लक्ष्मी | Morning Shlok

▶︎ See the music video of Karagre Vasate Lakshmi On YouTube channel for your reference and song details.

  • भाषा: संस्कृत
  • गायक: केतन पटवर्धन
  • संगीतकार: केतन पटवर्धन
  • गीत: पारंपरिक
  • संगीत निर्माता/व्यवस्थापक: कमलेश भड़कमकर
  • साउंड इंजीनियर: मयूर बख्शी
  • वीएफएक्स निर्माता: कुशल भुजबल
  • प्रबंधक (राजश्री सोल): केतन पटवर्धन
  • निर्माता: नेहा बड़जात्या

निष्कर्ष

दोस्त! अगर आपको “Karagre Vasate Lakshmi Mantra” वाला यह आर्टिकल पसंद है तो कृपया इसे अपने दोस्तों को सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए गाने के बोल लाने के लिए प्रेरित करता है

हमे उम्मीद हे की देवी गायत्री के भक्तों यह कराग्रे वसते लक्ष्मी हिंदी अर्थ सहित पसंद आया होगा | अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके |

अगर आप अपने किसी पसंदीदा गाने के बोल चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बेझिझक बताएं हम आपकी ख्वाइस पूरी करने की कोशिष करेंगे धन्यवाद!