हनुमान जी से सीखें ये 4 गुण – Lord Hanuman in Ramayana

969
हनुमान जी से सीखें ये 4 गुण

हनुमान जी से सीखें ये 4 गुण: भगवान् शिव के अंश अवतार हनुमानजी भगवान् विष्णु के अवतार भगवान् श्री राम के परम भक्त हे आज हनुमान जयंती के अवसर पर इस कहानी में हम देखेंगे की भगवान हनुमान के निस्वार्थ जीवन से हमें क्या सीख़ मिलती है 

नाममहाबली हनुमान, महावी हनुमान, पवनपुत्र हनुमान
संबंधरुद्र अवतार,
मंत्रॐ श्री हनुमते नमः
अस्त्रगदा 
दिवसमंगलवार और शनिवार
पिताराजा केसरी और वायुदेव 
माताअंजना
विषयहनुमान जी से सीखें ये 4 गुण

हनुमान जी से सीखें ये 4 गुण – हनुमानजी से सीख

आइए जानते हे भगवान हनुमान से हमें क्या सीख लेनी चाहिए

1. निःस्वार्थ कर्म

हनुमानजी भगवान् श्री राम को लंका पहुंचाने से लेकर अयोध्‍या आने तक निस्‍वार्थ भाव से हर काम में डटे रहे. दोस्तों जब आप सच्चे मन से निस्वार्थ कर्म करेंगे तो – हर वह असंभव कार्य, जो आप नहीं कर पा रहे थे, वह कार्य भी आप सरलता पूर्वक कर पाएंगे। निस्वार्थ कर्म करने से आपका मन सदैव ही शांत होगा

2. हनुमान जी की महानता – नीर अहंकारी

लंका से माता सीता का समाचार लेकर सकुशल वापस पहुंचे हनुमानजी की हर तरफ से प्रशंसा हुई, लेकिन उन्होंने अपने पराक्रम का कोई किस्सा प्रभु श्री राम को नहीं सुनाया। बल्कि अपने बल का सारा श्रेय प्रभु श्री राम के आशीर्वाद को दिया था । दोस्तों हम अक्सर अपनी प्रसंशा सुनने के लिए बेकाबू हो जाते हे और कई बार तो प्रशंशा सुनने के लिए हम अनावश्यक चीज़े भी बता देते हे 

3. विवेक अनुसार निर्णय लेना 

जिस समय लक्ष्मण रण भूमि में मूर्छित हो गए तब उनके प्राणों की रक्षा के लिए हनुमान जी पूरा पहाड़ उठा लाए, क्योंकि वह संजीवनी बूटी नहीं पहचानते थे।और समय भी बहुत कम था इसीलिए शंका का समाधान करने के लिए पहाड़ ही उठा लाये दोस्तों हनुमान जी यहां हमें सिखाते हैं कि मनुष्य को शंका करने की बजाय शंका का समाधान करना चाहिए  और हमें तत्काल विषम स्थिति में विवेकानुसार उचित निर्णय लेने की प्रेरणा देते हैं

4. साम‌र्थ्य के अनुसार प्रदर्शन

लंका की अशोकवाटिका में हनुमान जी और मेघनाथ के बीच हुए युद्ध में मेघनाथ ने ‘ब्रह्मास्त्र’ का प्रयोग किया। हनुमान जी चाहते, तो वह इसका तोड़ निकाल सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि वह ब्रह्मास्त्र का महत्व कम नहीं करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने ब्रह्मास्त्र का तीव्र आघात सह लिया। और ब्रह्माजी का मान भी रख लिया दोस्तों हमे भी अपने जीवन में शक्ति एवं साम‌र्थ्य के अनुसार उचित प्रदर्शन का गुण हनुमानजी से सीख सकते हैं 

और उसके अलावा हनुमानजी ने हर कार्य में भगवान् श्रीराम जी को बार-बार याद किया। और हर कार्य में सफल रहे  उससे हमे भी यह सीख मिलती हे की हमे भी अपने हर अभियान में सफल बनने के लिए परमात्मा को निरंतर याद करना चाहिए

Sr No.Serial NameSong Name
1Radhakrishna all Song lyricsराधाकृष्ण के सारे गाने
2Ramayan all Song lyricsरामायण के सारे गाने
3Mahakali – Anth Hi Aarambh Hai all songमहाकाली अंत ही आरंभ हे के सारे गाने
4Devon Ke Dev Mahadev all Song lyricsदेवों के देव महादेव के सारे गाने
5Mahabharat all Song lyricsमहाभारत के सारे गाने

हनुमान जयंती पर हनुमान जी के दिव्य गुणों से शिक्षा – Sankat Mochan Mahabali Hanumaan

YouTube Video : हनुमान जी से सीखें ये 4 गुण

निष्कर्ष

दोस्तों कमेंट के माध्यम से यह बताएं कि “हनुमान जी से सीखें ये 4 गुण” वाला यह आर्टिकल आपको कैसा लगा | आप सभी से निवेदन हे की अगर आपको हमारी पोस्ट के माध्यम से सही जानकारी मिले तो अपने जीवन में आवशयक बदलाव जरूर करे फिर भी अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके | आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए आर्टिकल लाने के लिए प्रेरित करता है | ऐसी ही कहानी के बारेमे जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे 

धन्यवाद ! 🙏