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Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye Lyrics – हम वन के वासी

Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye Lyrics

Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye Lyrics in Hindi from The Ramanand Sagar’s television show Ramayan that was the first broadcast in 1987 on DD National TV. Ramayan Song Lyrics in Hindi and English from the TV show Ramayan (1987), sung by Ravindra Jain Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye song music created by Ravindra Jain.

Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye Lyrics Info:

धारावाहिक :रामायण रामानंद सागर कृत
संगीत : रवींद्र जैन
स्वर :सतीश डेरा और देविका पंडित
निर्देशक :रामानंद सागर
शैली :पौराणिक कथा
मूल प्रसारण :२५ जनवरी १९८७ – ३१ जुलाई १९८ 
मूल चैनल :दूरदर्शन
छायांकन :अजित नाइक
निर्माता :रामानंद सागर, आनंद सागर, मोती सागर
संपादक :सुभाष सहगल
मूल भाषा :हिंदी (Hindi)

हम वन के वासी नगर जगाने आए लिरिक्स – Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye lyrics Ramayan

हम वन के वासी नगर जगाने आए लिरिक्स

दोहा : वन वन डोले, कुछ ना बोले,
सीता जनक दुलारी,

फूल से कोमल मन पर सहती,
दुख पर्वत से भारी,
धर्म नगर के वासी कैसे,
हो गये अत्याचारी,
राज धर्म के कारण लुट गयी,
एक सती सम नारी।

हम वन के वासी, नगर जगाने आए,
सीता को उसका खोया,
माता को उसका खोया,
सम्मान दिलाने आए,
हम वन के वासी, नगर जगाने आए।

जनक नंदिनी राम प्रिया,
वो रघुकुल की महारानी,
तुम्हरे अपवादों के कारण,
छोड़ गई रजधानी,
महासती भगवती सिया,
तुमसे ना गई पहचानी,
तुमने ममता की आँखों में,
भर दिया पीर का पानी,
भर दिया पीर का पानी,

उस दुखियां के आसूं लेकर,
उस दुखियां के आसूं लेकर,
आग लगाने आए,
हम वन के वासी, नगर जगाने आए।

सीता को ही नहीं,
राम को भी दारुण दुख दीने,
निराधार बातों पर तुमने,
हृदयो के सुख छीने,
पतिव्रत धरम निभाने में,
सीता का नहीं उदाहरण,
क्यों निर्दोष को दोष दिया,
वनवास हुआ किस कारण,
वनवास हुआ किस कारण,

न्यायशील राजा से उसका,
न्यायशील राजा से उसका,
न्याय कराने आए,
हम वन के वासी, नगर जगाने आए।

हम वन के वासी, नगर जगाने आए,
सीता को उसका खोया,
माता को उसका खोया,
सम्मान दिलाने आए,
हम वन के वासी, नगर जगाने आए।

Ramayan Song Lyrics : हम वन के वासी Hum Van Ke Vasi Lyrics in Hindi

Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye
Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye
Sita Ko Uska Khoya Mata Ko Uska Khoya
Samman Dilane Aaye
Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye
Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye

Janak Nandini Ram Priya Wo Raghukul Ki Maharani
Tumhre Apvado K Karan Chhod Gayi Rajdhani
Mahasati Bhagvati Siya Tumnse Na Gayi Pahchani
Tumne Mamta Ki Aankhon Mein Bhar Diya Peer Ka Pani
Bhar Diya Peer Ka Pani
Us Dukhiya K Aansoon Lekar
Us Dukhiya K Aansoon Lekaraag Lagane Aaye
Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye
Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye

Van Van Dole Kuchh Na Bole Sita Janak Dulari
Phool Se Komal Man Par Sahti Dukh Parvat Se Bhari
Dhram Nagar Ke Vasi Kaise Ho Gaye Atyachari
Raj Dharm K Karan Lut Gayi Ek Sati Sannari

Sita Ko Hi Nahi Ram Ko Bhio Darun Dukh Dine
Niradhar Baaton Par Tumne Hridyo K Sukh Chhene
Pativrat Dharam Nibhane Mein Sita Ka Nahi Udaharan
Kyon Nirdosh Ko Dosh Diya Vanvaas Hua Kis Karan
Vanvaas Hua Kis Karan
Nyaysheel Raja Se Uska Nyaysheel Raja Se Uska
Nyaay Karane Aaye
Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye
Hum Van K Vaasi Nagar Jagane Aaye
Sita Ko Uska Khoya Mata Ko Uska Khoya
Samman Dilane Aaye

Hai Janak Nandini Kis Dasha Mein Kya Kabhi Ye Bhi Socha Kisi Ne
Uspe Aarop Mithya Lagakar Saath Sita Ka Chhoda Sabhi Ne
Siya Ka Ghar Chhut Gaya Pati Ka Sukh Lut Gaya
Aaj Van Van Phire Sita Mai.Haay Tumko Daya Bhi Na Aayi
Hey Avadhvasio Andhvishvasio Hay Tumko Daya Bhi Naa Aayi
Aag Sita K Sukh Mein Lagayi
Hay Tumko Daya Bhi Naa Aayi

Jisne Lankesh Ko Tuchh Jana Jisne Thukara Di Sone Ki Lanka
Jiski Har Saans Raghuvar Ko Arpan Aisi Sita Pe Ki Tumne Shanka
Tum Wo Agyan Ho Aisi Santaan Ho Jisne Maata Mein Dhundi Burai
Aag Sita K Sukh Mein Lagayi
Hay Tumko Daya Bhi Naa Aayi………

हम वन के वासी नगर जगाने आए लिरिक्स – Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye Lyrics in Hindi | Ramayan Bhajan

जब लव कुश को पता चलता है की श्री राम हे उनके पिता हैं तो उन्हें बहुत दुःख होता है की वो अपने पिता से युध करने वाले थे। महाऋषि वाल्मीकि और माता सीता उन्हें समझाते हैं की श्री राम और माता सीता को क्यूँ अलग होना पड़ा और प्रजा के मन में जो शंका और घृणा है उसे कैसे दूर कर सकते हैं। तो लव कुश माता सीता के प्रति हुए अन्याय को लेकर नगर में जाते हैं और नगर वसियों से सवाल करते हैं की आप सभी की वजह से माता सीता पर क्या क्या बीती और श्री राम को माता सीता से क्यूँ अलग होना पड़ा।

  • Song : Hum Van Ke Vasi Nagar Jagane Aaye Lyrics Ramayan Song
  • Singers/Lyrics/Music: कविता कृष्णामुर्थी एवं दिलराज कौर
  • Serial: रामायण, रामानंद सागर (Ramayan Ramanand Sagar)
  • Starring: अरुण गोविल, दीपिका चिखालिया, सुनील लहरी
  • Label: DD National TV
  • TV Show: Ramayan (1987)
  • Music Director: Ravindra Jain
  • Genres: Bhajan, Devotion, Religious
  • Director: Ramanand Sagar
  • Starring: Arun Govil, Deepika Chikhalia, Sunil Lahri, Sanjay Jog, Arvind Trivedi, Dara Singh, Vijay Arora, Sameer Rajda, Mulraj Rajda, Lalita Pawar
  • Released on: 25th January, 1987

अंतिम बात :

इस गाने को भारत देश में बहुत ही ज्यादा सुना गया। आज भी लोग रामायण के सारे गाने को बहुत पसंद करते है। मैंने अपनी तरफ से पूरी कोसिस की है आपको इस आर्टिक्ल से सही जानकारी मिले सके हमे उम्मीद हे कि श्रीराम भक्तो को रामायण का हम वन के वासी नगर जगाने आए लिरिक्स पसंद आया होगा

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